हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी महिला दिवस के अवसर पर, मनु के तीसरे संस्करण का भव्य आग़ाज़ हुआ। मनु ३ (manu 3) प्रदर्शनी में चित्रकारों की भागीदारी व दर्शकों की तादाद इसकी सफलता को बयान करती है।
उद्घाटन
आज दिनांक 7 मार्च 2022 को बुंदेलखंड आर्ट सोसाइटी एवं राजकीय संग्राहलय के सयुक्त तत्वाधान में आयोजित “मनु 3– (नारी शक्ति) अन्तराष्ट्रीय महिला चित्रकार प्रदर्शनी-2022 का उद्घाटन मुख्य अतिथि श्रीमती मिथलेश सचान (संयुक्त विकास आयुक्त, झाँसी मंडल), विशिष्ट अतिथि डॉ. सुनीता व कामिनी बघेल के कर कमलों द्वारा किया गया|


प्रदर्शनी का उदेशय व नामकरण का कारण
बुंदेलखंड आर्ट सोसायटी यह प्रदर्शनी हर साल झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई को समर्पित करती है। यह प्रदर्शनी महिलाओं को सम्मान व उचित मंच प्रदान कराती है। यह उनकी कला व किसी भी क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें सम्मानित भी करती है| इस प्रदर्शनी का शीर्षक झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई के बचपन के नाम “मनु” पर दिया गया। वास्तव में बुंदेलखंड आर्ट सोसायटी का मना है की झाँसी की रानी से बेहतर आदर्श कोई ओर नही हो सकता।

कार्यक्रम
प्रदर्शनी का उद्घाटन गैलरी में फीता काट के व दीप प्रज्जुलित कर किया गया। तत्पश्चात अतिथियों ने प्रदर्शनी में लगे चित्रों का अवलोकन किया व चित्रकारों से बात भी की। इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्रीमती मिथलेश सचान ने प्रसन्नता व्याप्त करते हुए कहा है कि मनु प्रदर्शनी एक बेहतरीन प्रयास है। इसके माध्यम से महिला कलाकरों को एक अंतरष्ट्रीय मंच दिला के बुंदेलखंड आर्ट सोसायटी ने सराहनीय भोमिका निभायी है।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि डॉ सुनीता ने सभी कलाकरों को शुभकामनाएँ दी। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड सोसायटी लगातार मनु प्रदर्शनी का आयोजन करती आ रही है। इस वर्ष भी अपने आयोजन से सोसायटी ने सिद्ध कर दिया है की इस आयोजन का स्तर लगातार शिखर पर पहुँचता जा रहा है।
दूसरी विशिष्ट अथिति कामिनी बघेल ने कहा की सभी महलाओं के चित्रों को देख कर बहुत आनंद की अनुभूति हुई। सभी कलाकरों का काम स्तरीय है। सभी को शुभकामनाएँ।
कार्यक्रम का संचालन प्रियंका रिछारिया ने किया। सभी अतिथियों का आभार मृदुला साक्षें ने दिया।
प्रदर्शनी का सीधा प्रसारण
बुंदेलखंड आर्ट सोसायटी हमेशा कला जगत में कुछ नवाचार करने के लिए जानी जाती है। कला गतिविधियों को नियमित करने की बात हो, या सब को साथ ले कर चलने की बात हो। इन सब बिंदुओं में सोसायटी की साख दिन प्रतिदिन बड़ती ही जा रही है।
इसी क्रम में एक कदम आगे बड़ते हुए सोसायटी ने पहली बार झाँसी में अपने कार्यक्रम का सीधा प्रसारण यूटूब के माध्यम से जारी किया। ऐसा करने वाली सोसायटी अब झाँसी और शायद बुंदेलखंड की पहली कला संस्था बन गयी है। इस विषय पर सोआयती के प्रेरणा श्रोत मुईन अख़्तर ने कहा कि हम हमें कला के क्षेत्र में हमेशा तकनीक व सूचना माध्यमों के साथ चलना चाहिए। इस मामले में सोसायटी का प्रयास बाक़ी संस्थाओं के लिए एक प्रेरणा व मार्ग दर्शन का काम करेगा।
प्रदर्शनी की लोकप्रियता
प्रदर्शनी को देखने के लिए राजकीय संग्रहलाय की वीथिका में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोंगों की बड़ी सख्य में मौजूदगी ने प्रदर्शनी की सफलता को साबित कर दिया। लोगों ने गैलरी में लगे विभिन्न विषयों व विभिन्न तकनीक पर बने चित्रों को बहुत सराहा। इस अवसर पर मुईन अख्तर, आर के खत्री, विक्रांत झा, धीरज खरे, मधु श्रीवास्तव, उपासना, भावना, प्रीति, साधना निरंजन, श्वेता जैन, प्रतिभा, मेराज, अनुराधा, अरुंधती, वैशाली चौधरी, नीति शास्त्री, कामिनी मिश्रा, साहिबा, शाइला, शीतल सोनी, जगदीश लाल, अदिति, पवन, तथा भारत के कई क्षेत्रों से आये हुए चित्रकार मौजूद रहे।

मनु सम्मान व स्वर्ण पदक विजेता
प्रदर्शनी संयोजक मृदुला सक्सेना ने बताया कि इस प्रदर्शनी में 11 अंतरष्ट्रीय चित्रकारों ने व देश के 57 कलाकरों ने भाग लिया। जिनमें से चयन समिति ने निम्नलिखित चित्रकारों को स्वर्ण पदक के लिए चुना:
- लक्ष्मी त्रिपाठी (तालबेहट)
- सपना रैकवर (उज्जैन)
- सरोज (वाराणसी)
- शशिकांति (झाँसी)
- निकुन अग्रवाल (अगर)
अंतराष्ट्रिये महिला दिवस पर बुंदेलखंड आर्ट सोसाइटी डॉ. मधु श्रीवास्तव को उनके बुंदेली लोक चित्रकला में उल्लेखनीय योगदान व कार्य के लिए मनु सम्मान से सम्मानित करेगी।
प्रदर्शनी की कुछ छलकियाँ











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